मानसून बिहार की सीमा बागडोगरा के पास कमजोर पड़ गया है। शनिवार की शाम तक राज्य में दस्तक देने के प्रबल आसार हैं। यह राज्य के पूर्वी भाग से सूबे में प्रवेश करेगा। इसके बाद अगले तीन दिनों तक झमाझम बरसेगा। इस दौरान 30 से 40 किमी की रफ्तार से हवा बह सकती है। एक-दो जगहों पर भारी बारिश के आसार हैं। इधर, शुक्रवार को राज्य में कुछ जगहों पर जोरदार बारिश हुई।
बिहार में वज्रपात से सात लोगों की मौत हो गई। फतुहा में चार, वैशाली में एक और खगड़िया में दो लोग ठनका की चपेट में आ गए। मौसम विज्ञानी चंदन कुमार ने बताया कि पिछले 24 घंटे में राज्य में कई जगह प्री मानसून की बारिश दर्ज की गई है। इनमें इटाढी और सिसवन में 70 मिमी, बेलहर में 60 मिमी, अधवारा में 50 मिमी, सूर्यगढ़ा में 40 मिमी, शेरघाटी, तारापुर और दिनारा में 20 मिमी बारिश हुई।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विवेक सिन्हा ने प्रेस कांफ्रेस में बताया कि शुक्रवार या शनिवार को सूबे में मानसून के प्रवेश की संभावना जताई गई थी लेकिन शुक्रवार को मानसून के मानक के अनुकूल बारिश नहीं हो सकी। यह पूर्व मानसून की बारिश थी। हालांकि शनिवार को मानसून के सूबे में दस्तक देने के प्रबल आसार हैं। यह बिहार की ओर झारखंड के रास्ते अगले कुछ घंटे में आगे बढ़ेगा।
मौसमविदों ने बताया कि बागडोगरा में मानसून का आगमन समय से दो से तीन दिन पूर्व हुआ लेकिन वहां आकर 24 से 48 घंटों के लिए ठिठक गया था। लेकिन बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में बने प्रभावी चक्रवाती परिसंचरण और राज्य भर में सतह से नौ किमी ऊपर तक पूर्वा हवा का प्रभाव बनने से राज्य में मानसून के आगमन की राह तैयार हुई है। ये दोनों परिस्थितियां मानसून की धारा को उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ाएंगी और समय से पूर्व 12 जून को सूबे में मानसून की दस्तक होगी।
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